डायबिटीज - स्वस्थ खाना - दोपहर का भोजन

बहुत घरों में यही देखा जाता है कि सुबह का नाश्ता न करके, करीब 12 बजे दोपहर को एक भव्य भोजन किया जाता है. नियमित अंतराल पर छोटे भोजन मधुमेह रोगियों के लिए उचित माना जाता है. इससे मरीज का खून में चीनी का स्टार ज़्यादा ऊपर या ज्यादा नीचे नहीं होगा बल्कि स्थिर रहेगा. मधुमेह की लगभग सभी जटिलतायें खून में बहुत अधिक या बहुत कम मात्रा में चीनी होने के कारण होते हैं. इसलिये सुबह का नाश्ता 7 और 8 बजे के बीच कीजिएगा. और 1 बजे को दोपहर का भोजन लीजिये. इसके बीच करीब सुबह 10 और 11 बजे के बीच कुछ छोटा मात्रा में खाने पीने का कोशिश कीजिएगा. इससे यह भी फायदा है कि दोपहर होते ही आप को इतना भूख नहीं लगेगा कि आप बिना जाने ज़्यादा खाना खा लें. 

दोपहर का भोजन (दोपहर 1 और 2 बजे के बीच) 

1. 1.5 कटोरी चावल या रोटी - 3 पीस (मध्यम आकार). रोटी के बदले में आप कचोरी, पूरी  या पराट्टा ले सकते हैं. पर तेल में तला हुआ होने के कारण, 3 पीस के बजाय 2 पीस ही ले सकते हैं. रोटी और चावल एक साथ लेना चाहते हैं, तो याद रखें कि 1 रोटी = आधा कटोरी चावल. मतलब यही कि यदी आप 1 कटोरी चावल खाए हैं तो 1 ही रोटी और खा सकते हैं. 2 पीस रोटी खाए तो आधा कटोरी चावल और खा सकते हैं.

2. दाल (कोई एक आइटम) - 3/4 कटोरी दाल  3/4 कटोरी पका हुआ दलीय 1 कटोरी पका चना

3. सब्जी (1 कटोरी पका हुआ) - पत्ता गोबी / पालक, मूली, करेला, बैगन, भिन्डी, टमाटर, फूल गोबी, खीरा, कद्दू, गाजर, चकुंदर, शलजम, कटहल, सेम आदी डायबिटीज मारीच के लिए अच्छे हैं.   (याद रखें कि आलू को सब्जी नहीं माना जाता है. आलू लेने से आपको रोटी / चावल कम करना पडेगा).

शाम का चाय/स्नैक्स (शाम 4 और 5 बजे के बीच)


1. आधा गिलास दूध / चाय / ताजा फल का रस

2. 1 छोटा फल / 25-30 मूंफाली दाना





समान्य कटोरी का माप 

सुबह का नाश्ता के लिए सलाह
रात का खाने का सलाह
स्वस्थ खाने का महत्वपूर्ण पहलू

अपने जीवन में शारीरिक गतिविधि जोड़ें. इसके बिना स्वस्थ जीवन अधूरा है.

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